भारत फिर से बना सोने की चिड़िया, यहां मिला सोने का खजाना, सोनभद्र की वह जगह जहां जमीन के नीचे , सोने का भंडार

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भारत फिर से बना सोने की चिड़िया, यहां मिला सोने का खजाना, सोनभद्र की वह जगह जहां जमीन के नीचे , सोने का भंडार

सोनभद्र की वो जगह जहां जमीन के नीचे दबा है सोने का भंडार, देखें MAP
विधु शेखर मिश्रा
21 February 2020
देश की मिट्टी 'सोना उगले' ये कहावत और भी सच होती नजर आ रही है जब उत्तर प्रदेश के इस इलाके में आप सोने की पहाड़ियों के बारे में जानेंगे. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र की पहाड़ियों में सोने का एक बड़ा भंडार मिला है. खान विभाग ने मामले का खुलासा करते हुए पहाड़ियों में सोना होने की बात पर अपनी सहमती जताई है. उनका कहना है कि भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय ई-ऑक्शन प्रक्रिया के लिए कार्यवाही शुरू कर चुका है. (Photo-Reuters)
भारत फिर से बना सोने की चिड़िया, यहां मिला सोने का खजाना, सोनभद्र की वह जगह जहां जमीन के नीचे , सोने का भंडार
सोनभद्र के महुली क्षेत्र और हरदी गांव की सोन पहाड़ी में सोने की बड़ी मात्रा में सोना होने की पुष्टि हो चुकी है. इसके लिए प्रदेश सरकार ने सोने के ब्लॉक के आवंटन के संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी है. प्रदेश सरकार ने सोने के ब्लॉक के आवंटन का काम शुरू कर दिया.
आपको जानकर हैरानी होगी की हरदी क्षेत्र में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार है. वहीं सोन पहाड़ी में 2943.25 टन सोने का भंडार होने की बात कही जा रही है. इसके लिए शासन ने ई टेंडरिंग के माध्यम से ब्लॉकों के नीलामी के लिए 7 सदस्यीय टीम का गठन कर किया है.
7 सदस्यीय की यह टीम पूरे क्षेत्र की जिओ टैगिंग करेगी. जिसके बाद 22 फरवरी 2020 तक ये टीम अपनी रिपोर्ट भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय लखनऊ को सौंपेगी. खान अधिकारी का कहना है कि सोनभद्र जिले में यूरेनियम के भंडार के मिलने की संभावना है. फिलहाल केंद्रीय और अन्य टीम यूरेनियम के भंडार की तलाश में लगी हुई है. इसे भी पढ़ेंबेसन ढोकला सुबह नाश्ते में
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यही नहीं,  सोनभद्र के फुलवार क्षेत्र में सलैयाडीह क्षेत्र में एडालुसाइट और पटवध क्षेत्र में पोटाश, भरहरी में लौहअयस्क और छपिया ब्लाक में सिलीमैनाइट के भंडार का भी पता चला है.
खनिज अधिकारी, का कहना है कि भूतत्व और खनिकर्म विभाग और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम पूरी महनत से इस काम में जुटी हुई है. 
साथ ही सरकार इस बात का आकलन करने में लगी हुई है कि राजस्व विभाग और वन विभाग की कितनी की भूमि है. ताकि वन विभाग से अनुमति की प्रक्रिया शुरू की जा सके. फिलहाल अभी हेलीकाप्टर के जरिए हवाई सर्वे किया जा रहा है.

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