उपवास के लिए बनाए साबूदाना खिचड़ी sabudana khichdi recipe in hindi


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साबूदाना खिचड़ी रेसिपी (Sabudaba Khichdi Recipe in Hindi) 

 साबूदाने को आलू और दरदरी पिसी हुई मूंगफली से साथ मिलाकर बनाया जाता है। अक्सर इसे फास्टिंग याने व्रत के दिनों में जैसे की नवरात्री, शिवरात्रि, जन्माष्टमी, एकादशी या चैत्र नवरात्री पर
पकाकर खाया जाता है।
साबूदाना खिचड़ी को एकदम सही तरीके से बनाने के लिए कुछ खास चीजे ध्यान में रखनी पड़ती है। सबसे पहले साबूदाना को अच्छे से भिगोना होता है
उसके लिए निचे दी हुई टिप्स पढ़ना न भूले। दूसरा भिगोये हुए साबूदाना को छन्नी में रखकर सारा पानी निकाल देना है, इससे पकाते समय साबूदाना चिपचिपा नहीं होंगे।

यह खिचड़ी गुजराती या महाराष्ट्रियन तरीके से बनायीं है।

यह एक लोकप्रिय डिश है जो हिंदू व्रत या उपवास के दिनों में खायी जाती है। मेरी

व्रत के दिनों में, साबूदाना का उपयोग करके मैं बहोत सी चीजें बनाता हूँ जैसे की साबूदाना वडा, साबूदाना थालीपीठ, साबूदाना डोसा, साबूदाना खीर, साबूदाना पकोड़ा।

विधि | साबूदाना खीचिडी कैसे बनाये?


1) साबूदाने के ठन्डे पानी से 2-3 बार अच्छे से धो ले। इसे 2-3 घंटे या रातभर पानी में भिगोये रखे। निचे दी हुई टिप्स पढना न भूले।

2) इसी दौरान यह फूलकर कद में दुगने हो जायेंगे।

3) एक छन्नी में डालकर सारा पानी निकाल दीजिये। और 10 मिनट तक ऐसे ही छन्नी में रखे ताकि अतिरिक्त पानी निकल जाये।

4) साबूदाना अच्छे से भिगोया है की नहीं वह देखने ले लिए इसे दबाकर देंखे वह आसानी से मसल जायेगा।

5) अब एक कड़ाही में तेल गरम करे। गरम तेल में जीरा डाले और थोड़ी देर भुने।

6) इसमे हरी मिर्चे और कड़ी पत्ते डालकर 30 सेकंड तक भुने।

7) अब कटे हुए आलू और नमक डाले।

8) ढककर आलू को नरम होने तक पकाये।

9) इसमे पिसी हुई मूंगफली और नारियल का बुरादा डाले।

10) चमचे से चलाकर 1-2 मिनट तक भुने।

11) इसमे भिगोये हुए साबूदाना डाले। भिगोये हुए साबूदाना में से पानी अच्छे से निकालना चाहिए, अगर इसमे जरा सा भी पानी रह जाता है तो साबूदाना एक दूसरे से चिपक जायेंगे।

12) चमचे से सावधानी से मिला ले।

13) इसे 4-5 मिनट तक पकाये। सारे दाने नरम और दिखने में पारदर्शक हो जायेंगे। बिच में 1-2 बार चमचे से चलाते रहे ताकि वह तले में चिपके ना। ध्यान रहे की साबूदाना को ज्यादा पकाना नहीं है वार्ना वह एक दूसरे से चिपककर गल जायेंगे।

14) आखिर में निम्बू का रस और हरा धनिया डालकर मिला ले।

कैसे परोसे? : इसे उपवास के दिनों में शाम या सुबह के नाश्ते में परोस सकते हो। अगर इसे पुरे भोजन की तरह खाना है तो साथ में राजगिरे की कढ़ी या शिंगारे की कढ़ी के साथ परोसे।

यहाँ मैंने साबूदाना खिचड़ी को राजगिरे की कढ़ी के साथ परोसा है। यह दोनों का मेल स्वाद में बढ़िया लगता है। अगर आपने कभी नहीं खाया तो इस बार जरूर पकाये और आनंद ले।

बेस्ट साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए निसे

              दी हुई टिप्स जरूर पढ़ें

उत्तम साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए कुछ टिप्स :
बाजार में कई तरह या प्रकार के साबूदाना मिलते है। कुछ है जिसे 2-3 घंटे तक भिगोना पड़ता है, दूसरी और कुछ साबूदाने को 8 घंटे तक भिगोना पड़ता है। तो आप आपने साबूदाना को पहचाने और इसी तरह जरुरत के हिसाब से भिगोये।
भिगोने के लिए हमेशा छिछले बर्तन का इस्तेमाल करे नाकि गहरे बर्तन का। और सिर्फ 1 ½ इंच तक ऊपर आये इतना ही पानी डाले।
अगर आपने जरुरत से ज्यादा पानी डाला है भिगोने के लिए तो खीचिडी बहोत ही चिपचिपी बनेगी।
भिगोये हुए साबूदाने को उंगली और अंगूठे के बिच दबाये और वह आसानी से मसल जाता है इसका मतलब वह सही से भीगा है।
यह बहोत ही ख़ास, ध्यान रखने की बात है की भिगोये हुए साबूदाने में से अतिरिक्त पानी निकाल दे। इसे छन्नी में रखकर 5 मिनट तक रखे ताकि सारा पानी बह जाए।
¾ कप साबूदाना
1 ½ टेबल स्पून तेल
½ टीस्पून जीरा
2 हरी मिर्च बारीक़ कटी हुई
7-8 कड़ी पत्ते
1 छोटा या ½ कप आलू छिलका निकालकर छोटे टुकड़ो में कटा हुआ
सेंधा नमक स्वाद के अनुसार
2 टेबल स्पून मूंगफली भूनकर, दरदरी पिसी हुई
1 टेबल स्पून सूखा नारियल का बुरादा
1 टीस्पून निम्बू का रस
½ टीस्पून चीनी
1 टेबल स्पून हरा धनिया बारीक़ कटा हुआ
Instructions
तैयारियां :
साबूदाने के ठन्डे पानी से 2-3 बार अच्छे से धो ले।
इसे 2-3 घंटे या रातभर पानी में भिगोये रखे। निचे दी हुई टिप्स पढना न भूले। इसी दौरान यह फूलकर कद में दुगने हो जायेंगे।
एक छन्नी में डालकर सारा पानी निकाल दीजिये। और 10 मिनट तक ऐसे ही छन्नी में रखे ताकि अतिरिक्त पानी निकल जाये।
साबूदाना अच्छे से भिगोया है की नहीं वह देखने ले लिए इसे दबाकर देंखे वह आसानी से मसल जायेगा।
साबूदाना खिचड़ी बनाने की विधि:
अब एक कड़ाही में तेल गरम करे। गरम तेल में जीरा डाले और थोड़ी देर भुने।
इसमे हरी मिर्चे और कड़ी पत्ते डालकर 30 सेकंड तक भुने।
अब कटे हुए आलू और नमक डाले। ढककर आलू को नरम होने तक पकाये।
इसमे पिसी हुई मूंगफली और नारियल का बुरादा डाले।
चमचे से चलाकर 1-2 मिनट तक भुने।
इसमे भिगोये हुए साबूदाना डाले। भिगोये हुए साबूदाना में से पानी अच्छे से निकालना चाहिए, अगर इसमे जरा सा भी पानी रह जाता है तो साबूदाना एक दूसरे से चिपक जायेंगे।
चमचे से सावधानी से मिला ले।
इसे 4-5 मिनट तक पकाये। सारे दाने नरम और दिखने में पारदर्शक हो जायेंगे। बिच में 1-2 बार चमचे से चलाते रहे ताकि वह तले में चिपके ना। ध्यान रहे की साबूदाना को ज्यादा पकाना नहीं है वार्ना वह एक दूसरे से चिपककर गल जायेंगे।
आखिर में निम्बू का रस और हरा धनिया डालकर मिला ले।

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आपका दोस्त मुकेश रावत आशा करता हूं आप जरूर करेंगे

Comments

हेलो फ्रेंड्स अगर आपको मेरी पोस्ट अच्छी लगे तो लाइक कमेंट शेयर करें ओके
This comment has been removed by the author.
Unknown said…
Veri naice mere Kam ki siz he bhai
Unknown said…
Kash yah jankari acchi Ho aur main sabhi se request yahi karna chahunga ki koi bhi online jankari apne sehat ke liye istemal karne se pahle aap ek bar Doctor ki Salah jarur len thank you very much
Unknown said…
Veri naice jankari

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